इश्क़ पर 20 बेहतरीन शेर
इश्क़ ने ‘ग़ालिब’ निकम्मा कर दिया वर्ना हम भी आदमी थे काम के सितारों से आगे जहाँ और भी हैं अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और
इश्क़ ने ‘ग़ालिब’ निकम्मा कर दिया वर्ना हम भी आदमी थे काम के सितारों से आगे जहाँ और भी हैं अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और
बात बात पर धमकी न दिया करो, अगर हमने धमकाया न, तो किसी को धमकाने के काबिल नहीं बचोगे। माना मुझमें कुछ खास नहीं, लेकिन
दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है
इश्क़ ने ‘ग़ालिब’ निकम्मा कर दिया वर्ना हम भी आदमी थे काम के सितारों से आगे जहाँ और भी हैं अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और
बात बात पर धमकी न दिया करो, अगर हमने धमकाया न, तो किसी को धमकाने के काबिल नहीं बचोगे। माना मुझमें कुछ खास नहीं, लेकिन
दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है